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UPPSC - RO/ARO एवं विभिन्न सिविल सेवा परीक्षाओं हेतु: कृषि एवं प्रौद्योगिकी विषय की तैयारी (How to Prepare Agriculture Subject for UPPSC - RO/ARO)

UPPSC RO-ARO परीक्षा के साथ-साथ सिविल सेवा परीक्षा एवं अन्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कृषि, वाणिज्य एवं व्यापार विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। वैसे तो ऐग्रिकल्चर विषय एक बहु-ध्रुवीय विषय है, यह टॉपिक विज्ञान, अर्थव्यवस्था, भूगोल आदि विषयों में एक अध्याय के रूप में पढ़ा जाता है। इसलिए अगर कृषि एवं प्रद्योगिकी को हम एक पृथक विषय के रूप में देखेंगे तो इसका दायरा बहुत बड़ा हो जाता है, जिसमें कृषि विषयक ढेर सारे अध्याय एवं टॉपिक्स हो जाएंगे, अतः यह जरूरी है कि परीक्षा के डिमांड के अनुसार आप इस विषय की तैयारी करे। आज इस लेख के माध्यम से आप ये जानेंगे कि सिविल सेवा परीक्षाओं विशेषतः UPPSC - RO/ARO के प्रतियोगी परीक्षा हेतु आप कृषि, वाणिज्य एवं व्यापार विषय की तैयारी में क्या ध्यान रखे। 

1. कृषि एवं प्रौद्योगिकी विषय का महत्व

UPPSC - RO/ARO में कृषि, वाणिज्य एवं व्यापार से संबंधित औसतन 6 से 8 प्रश्न पूछे जाते है। इसके साथ ही यह विषय आपके संघ तथा राज्य सिविल सेवा के प्रारम्भिक तथा मुख्य परीक्षाओं हेतु भी अतिमहत्वपूर्ण है। 

2. पाठ्यक्रम की समझ

लेख के प्रारंभ में ही हमने आपको बताया था कि यह विषय बहु-ध्रुवीय है क्योंकि यह भूगोल, विज्ञान एवं अर्थव्यवस्था संबंधी विषयों में एक विशेष अध्याय है। उदाहरण हेतु अगर हम कृषि हेतु उपयुक्त जलवायु एवं सिंचाई आदि की बात करें तो यह टॉपिक भूगोल से संबंधित हो जाता है और अगर हम कृषि संबंधित विपणन, कृषि साख, न्यूनतम समर्थन मूल्य आदि की बात करें तो यह टॉपिक कृषि अर्थव्यवस्था से संबंधित हो जाता है। वही बीजों, फल-सब्जी आदि में लगने वाले रोगों की बात करें तो यह टॉपिक विज्ञान से संबंधित हो जाता है, ऐसे ही यह विषय कई अन्य विषयों में Overlap करता है। आपकी सुविधा हेतु हमने महत्वपूर्ण टॉपिक्स के लेख तैयार किए है, जो कि विगत परीक्षाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए है। आप नीचे दिए हुए किसी भी लेख को पढ़कर एवं नोट्स बनाकर इस विषय की तैयारी को मजबूत कर सकते है।

3. कृषि एवं प्रौद्योगिकी विषय से संबंधित समसामयिक मुद्दों से अवगत

कृषि एवं प्रौद्योगिकी (Agriculture and Technology) को नियमित रूप से अध्ययन करना आवश्यक है। कृषि से संबंधित समसामयिक टॉपिक्स के तैयारी के लिए आप भारत एवं राज्य सरकार द्वारा लागू विभिन्न कृषि संबंधित योजनाओं को संज्ञान में ले सकते है। इसके अलावा सरकार के ग्रामीण अवसंरचना विकास हेतु वर्तमान बजट, नवीन कृषि व्यापार नीति आदि को संज्ञान में अवश्य रखे। 

4. नोट्स बनाएं

कृषि एवं प्रौद्योगिकी (Agriculture and Technology) की तैयारी के दौरान नोट्स बनाना बहुत अहम होता है। आप इन नोट्स को परीक्षा के समय रिवीजन के लिए उपयोग कर सकते हैं। अपने नोट्स को विगत वर्षों के प्रश्नों के आधार पर बनाए ताकि परीक्षा से संबंधित टॉपिक्स का अध्ययन किया जा सके एवं आसानी से रिवीजन किया जा सके। आप ट्री-विधि या फ़्लो-चार्ट विधि का उपयोग करके अपने नोट्स को आसान बना सकते है। 

5. पुनरावलोकन और मॉक परीक्षण

नियमित अंतराल पर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विषय के महत्वपूर्ण टॉपिक्स का पुनरावलोकन करें और मॉक परीक्षण दें। यह आपकी तैयारी को मजबूत करेगा और परीक्षा में आत्म-मूल्यांकन करने में मदद करेगा। इसके लिए आप किसी भी कोचिंग संस्थान के टेस्ट सीरीज का प्रयोग कर सकते है या आप मॉक परीक्षण Online भी दे सकते है, किन्तु कोशिश करें कि हार्ड कॉपी और OMR Sheet का उपयोग मॉक परीक्षण हेतु अत्यधिक हो। पिछले सालों के अब्जेक्टिव प्रश्न-उत्तर एवं विश्लेषण के लिए आप घटनाचक्र पूर्वावलोकन या अन्य किताबों का प्रयोग अवश्य करें। 

6. समय प्रबंधन

कृषि एवं प्रौद्योगिकी की तैयारी के लिए सही समय प्रबंधन करना बहुत जरूरी है। आपको समय को अच्छी तरह से विभाजित करना होगा ताकि आप सभी विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकें। ऐसा न हो की आपका कीमती समय केवल सीमित टॉपिक्स की तैयारी में ही गुजर जाए। इसलिए कृषि एवं प्रौद्योगिकी की तैयारी के लिए सीमित संसाधनों का उपयोग करे ताकि आप के दिमाग पर अत्यधिक बोझ न हो और आप अन्य जरूरी विषयों पर भी समय दे सके।

7. स्वस्थ जीवनशैली

आपकी जीवनशैली आपकी तैयारी पर भी असर डाल सकती है। इसलिए सही खानपान, पर्याप्त आराम, और नियमित व्यायाम से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य मजबूत रहेगा और परीक्षा की गंभीरता एवं रुचि के साथ तैयारी कर पाएंगे। अपने आहार में हल्के पदार्थों का उपयोग करे जो आपके स्वास्थ्य पर एक अनुकूल प्रभाव डाले न कि आपके स्वास्थ्य को खराब करे। 

8. समर्पित और प्रेरित रहें

अपनी तैयारी में समर्पित और प्रेरित रहना बहुत महत्वपूर्ण है। सकारात्मक मानसिकता और संघर्षशील दृष्टिकोण आपको आपके लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद करेंगे। अपना पूरा ध्यान अपने लक्ष्य की तरफ रखे , भटकाव वाले सामग्रियों से बचे। 

Effective Study Techniques

प्रभावी अध्ययन तकनीकी एक ऐसा माध्यम है जिससे आप संबंधित विषयों को कम समय में एवं प्रभावी तरीके से तैयार कर सकते है। इसके लिए आपको विभिन्न विषयों को श्रेणीबद्ध तरीके से अध्ययन करना चाहिए। आप अपनी रुचि के अनुसार विषय सामग्रियों को सूचीबद्ध कर ले , किसी भी विषय का Mind-Map होने से संबंधित टॉपिक्स को याद करना आसान हो जाता है। इसलिए अपनी कल्पनाशीलता का प्रयोग करके खुद से एक उचित माध्यम खोज लीजिए जिससे आप का अध्ययन आसान हो जाए। हर व्यक्ति का प्रभावी अध्ययन तकनीकी उसके अपने अनुभव और विवेकशीलता के आधार पर होनी चाहिए, क्योंकि सभी के पास अलग-अलग एवं विशिष्ट अनुभव होते है। Software उसके Hardware के According ही होना चाहिए.. 😍  इसलिए अपना Study Techniques स्वयं से ही बनाए।

Resources and References

आज के प्रतियोगी भारत में Resource और संदर्भ की भरमार है। किसे सही समझे किसे गलत बताना संभव नहीं इसलिए Trusted Resource और References का ही प्रयोग करें। आप मानक एनसीईआरटी Books को आधार मानकर एवं उस विषय से संबंधित वर्तमान मुद्दों को समझ कर अपनी तैयारी को आगे बढ़ा सकते है। ढेर सारे किताबों, Pdfs और अन्य कंटेन्ट से बचे और सीमित संसाधनों का उपयोग करे।

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